दोस्तो आपने आज तक कई प्रकार की बीमारियों के बारे के सुना होगा जिन्हें ऑपरेशन की मदद से ठीक किया गया है लेकिन दोस्तो आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे है जिसे जानकर आप खुद हैरान रह जायेंगे। असल मे एक 3 साल के बच्चे ने 5 रुपये के सिक्के को निगल लिया था जिससे बाद में बड़ी मेहनत करके बाहर निकाला गया।
दोस्तो ये घटना उत्तरप्रदेश के कर्वी गांव की है जी की चित्रकूट जिला में आता है । यहाँ आनंद किशोर चौधरी के 4 वर्षीय बालक आर्यन साकेत ने खेलते हुए 5 रूपये का सिक्का निगल लिया था । आनंद किशोर चौधरी को ये बात तब पता चली जब आर्यन को खाना खाते नहीं बन रहा था और उसके गले मे दर्द भी काफी रहने लग गया था।
आनंद किशोर चौधरी को जब ये बात पता चली वो सीधे सतना हॉस्पिटल ले जाकर डॉक्टर को दिखाया। सतना में डॉक्टर संजीव प्रजापति ने आर्यन को देखा फिर तत्काल उसका एक्स रे निकलवाया जिसमे उंन्होने देखकर बताये की सिक्का आर्यन की आहारनली ने फंसा है । डॉक्टर संजीव प्रजापति ने तत्काल अपने सीनियर डॉक्टर सचिन कारखुर से सम्पर्क किया, जिसके बाद उन्होंने ने निर्णय लिया कि सिक्का दूरबीन की जगह फोलीज कैथेटर की मदद से निकाला जायेगा।
डॉक्टर सजीव प्रजापति ने इस काम के लिए एक टीम बनाई जिसमें नर्सिंग स्टाफ सुनैना रजक, संगीता पटेल और सपोर्टिंग स्टाफ की मदद से सिक्का को आराम से बाहर निकाल लिया गया।
दोस्तो डॉक्टर संजीव प्रजापति ने बताया कि आर्यन साकेत नामक बच्चा कर्वी चित्रकूट से सतना जिला हॉस्पिटल लेकर आया गया था जिसके गले सिक्का फंसा हुआ था । सिक्का फंस जाने के कारण आर्यन को कुछ भी खाने में असमर्थ था औऱ गले मे दर्द की शिकायत बनी हुई थी।
जब हमने इसकी जांच की तो ये पाया कि आर्यन की आहारनली में ये सिक्का फंसा था जिस कारण से बच्चे को समस्या हो रही थी। जब भी कोई चीजे आहारनली में फंसती है तो उसको निकालने के लिये एंड्रोकॉपी की मदद ली जाती है लेकिन हॉस्पिटल में ये सुविधा ना होने के कारण हमने फोलीज कैथेटर की मदद से बच्चे की आहारनली से सिक्के को बाहर निकाल लिया।
डॉक्टर संजीव प्रजापति ने आगे बताया कि उन्होने फोलीज कैथेटर मेडिकल कॉलेज में अपनी सीनियर डॉक्टर से सीखी थी जिसके कारण हमने बच्चे के गले से आराम से सिक्के को निकाल पाया।