दोस्तो आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे है जिस सुनकर आपकी आंखों में आंसू आ जायेगा। असल में दोस्तो ये घटना मैनपुरी के अलीपुर खेड़ा की है जहाँ एक वृद्ध महिला को उसके बच्चो के द्वारा ही कमरे बंद करके रखा गया था ।
दोस्तो इस घटना के बारे में सबको तब पता चला जब गांव के प्रधान ने जिस कोठारी में महिला को बंद करके रखा था उस कोठरी को देखा तो उसकी आँखों मे आंसू आ गए क्योंकि जिस महिला को 6 माह पूर्व देखा था उसके शरीर मे सिर्फ कंकाल ही कंकाल नज़र आ रहा था। असल मे दोस्तो ये पूरी घटना मैनपुरी मेें भोगांव थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत आलीपुर खेड़ा के गांव नगला इतवारी की है जहा गुरुवार को गांव के प्रधान ने एक कोठरी से महिला को आज़ादी दिलवाई ।
गांव के प्रधान संत प्रकाश स्वर्णकार ने 70 वर्षीय वृद्ध सोमवती को आज़ाद कैद से आज़ाद करवा दिया। दोस्तो जब वृद्ध महिला को निकालने गये तो कोठरी के अंदर का हाल देख के हर किसी आंखों में आंसू आ गये क्योंकि सोमवती को जिस कमरे मे बंद किया गया था वह उस महिला का मल पड़ा है था यानी कि वो महिला पिछले 6 माह से इस गंदगी में बंद थी ।
दोस्तो महिला की ये हालात देखकर खुद प्रधान की आंखों में आंसू आ गये। दोस्तो जब महिला कोठरी से बाहर निकला तो वो सूरज की रोशनी भी नहीं सह पा रही थी जिसके बाद उन्हे संभाल गया।
बेटों ने बताई वजह – दोस्तो जब प्रधान ने वृद्ध महिला के दोनो बेटों को बुलाकर उनकी माँ को ऐसे कमरे में बंद रखने की वजह पूछी तो लड़को ने बताया कि जब से उनके पिता की मौत हुई है तब से उनकी माँ की मानसिक स्थिति ठीक नही रहती है इसलिये उन्हें कमरे में बंद रखा जाता है। महिला के बेटो ने ये भी बताया कि एक बार उनकी माँ बोर में गिर गयी थी तब से हम इन्हें कमरे में बंद रखते है। जब प्रधान ने कहा कि आपकी मां है कम से कम साफ सफाई का ध्यान रखो तो लड़को ने कहा कि हम खेती बाड़ी वाले है इसलिए हम ध्यान नही रख सकते है।
थाना प्रभारी ने कहा कि जाएगी कार्यवाही-दोस्तो थाना प्रभारी भोगांव रविंद्र बहादुर ने बताया कि उनके पास पूरा मामला आ चुका है जिसकी जांच करके वो आगे की कार्यवाही करेंगे।