

दोस्तो कई बार लड़कियां इस जुल्म के खिलाफ आवाज तो उठा लेता है लेकिन कई बार लड़कियां परिवार की बदनामी के डर से आवाज नहीं उठा पाती है फिर जब उन्हें लगता है की अब वो सहन नहीं कर सकती वो आत्महत्या कर लेती है।
कई बार तो दहेज लोभी लोग अपनी ही बहु को जान से मार देते है और फिर कह देते है कि उसने खुद आत्महत्या कर ली । आज कल तो ऐसे परिवार भी देखने को मिलते है जो शादी तो कर लेते है लेकिन शादी के बाद दहेज लेकर कहा गायब हो जाते है किसी को पता नही चलता है लेकिन दोस्तो दहेज हमारे समाज के लिये अभिशाप बन चुका है।
दोस्तो लेकिन जैसे – जैसे लोग शिक्षित हो रहे है वैसे – वैसे लोगो को समझ मे आ चुका है कि दहेज हमारे समाज के लिये कितना बड़ा अभिशाप है। दोस्तो ऐसे ही एक घटना आज हम आपको बताने जा रहे है जिसको जानने के बाद आप यही कहेंगे कि सच में समाज अब बदल रहा है।
जी हां दोस्तो ये घटना राजस्थान के टोंक जिले की है जहाँ सेवानिवृत्त प्रिंसीपल बृजमोहन मीणा ने अपने बेटे की शादी लगाई थी । शादी से पहले सगाई के कार्यक्रम में जब दुल्हन के पिता जी के द्वारा एक थाली में 11 लाख 101 रुपये दहेज के रूप में दिए जा रहे थे । जब ये बात बृजमोहन मीणा को पता चली तो उन्होंने ने तत्काल थाली को वापस भेजने को कह दिया क्योंकि उन्हें तो बस बेटी चाहिए ना कि दहेज ।लेकिन जब सभी रिश्तेदरों ने रस्म के नाते पैसे लेने को कहा तो ब्रजमोहन मीणा ने 101 रुपये सगुन के रूप में ले लिये।
दोस्तो बृजमोहन मीणा के इस फैसले के सराहना पूरे राजस्थान में चल रही है । जब इस बारे में दुल्हन से पूछा गया तो दुल्हन ने बोला कि उनके ससुर जी की निर्णय से काफी खुश है , उन्होंने समाज के लिये एक मिशाल पेश कर दी है , मुझे गर्व है की में ऐसे घर की बहू बनने जा रही हूं।