दोस्तो आज के समय लोग अपने प्रोडाक्ट को बेचने के लिये तरह – तरह ऐड बनाते है जिनकी मदद से प्रोडाक्ट की सेल्लिंग बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है । दोस्तो ये ऐसा तरीका है जिसके मदद से आप अपने कैसे भी प्रोडाक्ट बेच सकते है।आज के समय मे तो ऐड सोशल मीडिया में ज्यादा चल रहे है क्योंकि सोशल मीडिया एक ऐसा प्लाटफॉर्म है जहाँ लगभग अब सभी लोग आ चुके है ।दोस्तो सोशल मीडिया एक ऐसा प्लाटफॉर्म है जहाँ लोग ऐड को भी करी ध्यान से देखते है।
इस तकनीक सबसे ज़्यादा फायदा उठाते दवाई बनाने वाली कंपनियां । क्योंकिं दोस्तो दवाई हमारे शरीर मे होने वाली कमियां को पुरा करती है जैसे कि विटामिन्स ,खून की कमी या हाइट कम होना इन सब का इलाज आज के समय मे मौजूद है । दोस्तो जब बात हाइट को लेकर हो ही चुकी है तो आपको बता दे कि हाइट कम होना या ज़्यादा होना एक अनुवांशिक होता है ।
दोस्तो आज हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बताने जा रहे है जो अपने शहर में बहुत फेमस हो चुके है लेकिन दोस्तो इनके फेमस होने का कारण जानकर आप भी हैरान हो जायेंगे, क्योंकि इनके फेमस होने का कारण है ।
दोस्तो असल मे हम बात करने जा रहे है कुलकर्णी परिवार के बारे में , दोस्तो कुलकर्णी परिवार के सदस्यों की हाइट 6 फिट से ज़्यादा है ।दोस्तो ये बात काफी हैरानी करने वाली है क्योंकि जहा आमतौर में इंसान की हाइट 5 फिट होती है वह इस परिवार के हर सदस्य के हाईट 6 फिट से ज़्यादा है। दोस्तो इस परिवार में कुल 4 सदस्य है जिनकी अगर हम हाइट को टोटल करेंगे तो 26 फिट होगी।
दोस्तो ये पूरा परिवार पुणे में रहता है और सबसे मजेदार बात ये है कि इस परिवार के मुखिया शरद कुलकर्णी की हाईट 7 फ़ीट 4 इंच है और उनकी पत्नी संजोता कुलकर्णी 6 फिट 2 इंच की है ।दोस्तो शरद कुलकर्णी और संजोता कुलकर्णी का नाम भारत के सबसे लंबे कपल होने का है रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज है।
वही दोस्तो अगर हम इनके बच्चो की बात करे तो इनकी दो बेटियां है जिनका नाम मुरुगा औऱ सान्या है । दोस्तो इनकी बड़ी बेटी मुरुगा की हाइट 6 फ़ीट 1 इंच है वही छोटी बेटी सान्या की हाइट 6 फीट 4 इंच है। दोस्तो आपको ये जानकर ये हैरानी होगी की बड़ी बेटी मुरुगा की उम्र अभी सिर्फ 18 वर्ष है वही छोटी बेटी की सान्या की उम्र 16 वर्ष है ।
दोस्तो इन लोगो की चर्चा पुणे शहर ने बहुत है क्योंकि इन्हें कोई भी दूर से देख सकता है दूसरी बात इनकी हाइट ज़्यादा होने के कारण ये पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग बहुत कम ही करते है।