दुनिया का सबसे बड़ा अजीबोग़रीब छेद

कुदरत के खेल भी बड़े ही निराले होते हैं. कुदरत हमें ऐसी-ऐसी अनोखी और अजीबोगरीब (Weird) चीजें दिखाती है, जिसके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होता है. बाढ़, सुनामी और ज्वालामुखी का फटना आदि तो आम हैं, लेकिन रूस के साइबेरिया में आजकल एक ऐसा अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है, जिसने सभी को हैरान करके रख दिया है.

कुदरत का यह अद्भुत नजारा एक 282 फीट गहरा गड्ढा है, जिसे धरती की सतह पर बना एक रहस्यमय छेद (Mysterious Hole) माना जाता है. इस विशालकाय छेद को देख कर ऐसा लग रहा है जैसे वह धरती को ही निगल जाएगा. लोग इसे ‘नर्क का मुंह’ या नर्क का दरवाजा’ भी कह रहे हैं.

इस विशालकाय और गहरे गड्ढे को Batagaika Crater के नाम से जाना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1980 में सबसे पहले इस गड्ढे को नापा गया था. तब से लेकर इस गड्ढे की लंबाई करीब 1 किलोमीटर तक बढ़ चुकी है, जबकि गड्ढा 96 मीटर यानी 282.1 फीट गहरा भी हो चुका है.

यूरेशिया का सबसे पुराना गड्ढा है ये

बताया जा रहा है कि गड्ढा खुलने से धरती की सतह से जो मिट्टी निकल रही है, वो लगभग एक से दो लाख साल पुरानी है. इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि गड्ढे की सबसे निचली सतह 6 लाख साल से भी अधिक पुरानी है. इसे यूरेशिया का सबसे पुराना खुला हुआ गड्ढा माना जाता है.

लोग कहते हैं ‘नर्क का दरवाजा’

साइबेरिया के लोग इस रहस्यमय गड्ढे को साल 1980 से ही देखते आ रहे हैं और समय के साथ इसका आकार जिस तरह से बढ़ रहा है, उसी को देखते हुए लोगों ने इसे ‘नर्क का दरवाजा’ कहना शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि यह गड्ढा हर साल 20 से 30 मीटर बढ़ रहा है और इस तरह आसपास के इलाकों को भी अपनी चपेट में लेता जा रहा है.

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