दोस्तो नवदुर्गा पूजा हिन्दू धर्म के विशेष त्योहारों में से एक है।इस त्यौहार की शुरूआत महीनों पहले से शुरू कर दी जाती है , नवदुर्गा पूजा एक ऐसा त्यौहार है जिससे पूरे भारत मे मनाया जाता है लेकिन इस पूजा का विशेष महत्व बंगाल, असम, उड़ीसा, झारखंड जैसे राज्यों में ज़्यादा देखने को मिलता है क्योंकि ऐसे राज्यों में जहाँ इस त्यौहार को बहुत ही ज़्यादा धूम धाम से मनाया जाता है । इस त्यौहार में लोग 9 दिन तक मां दुर्गा की पूजा करके उनसे सुख सम्रद्धि का आशीर्वाद लेते है और 9 दिनों पूरे हो जाने के बाद दुर्गा मां की विसर्जित कर दिया जाता है। इन 9 दिनों में कई श्रद्धालुओं 9 दिन का निर्जला उपवास भी रखते है।
दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे की इस साल भी दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों शोरो से शुरू कर दी गयी है । आप लोगो ने ये बात जरूर सुनी होगी कि लोग अपने सीने में 9 दिन तक कलश रख कर पूजा करते है । ऐसी ही एक भक्त हाजीपुर की रहने वाली है जिन्होंने 9 दिनों तक अपने सीने में निर्जल कलश को स्थापित की है । दुर्गा माँ की इस भक्त का नाम निर्मला देवी है , जो कोई भी निर्मला देवी के निर्जल कलश स्थापना की बात सुन रहा है वो सीधे नम निर्जला देवी मिलने आ रहा है ।चलिये जानते है कि आखिर निर्जला देवी ने क्यों अपने सीने में निर्जल कलश रखा है।
आखिर क्यों रखा है व्रत – दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि निर्मला देवी ने ये व्रत अपने पति के ऊपर चल रहे मुकदमे से रिहाई के लिये रखा था। लोगो से मिली जानकारी के अनुसार निर्मला देवी के पति को किसी फर्जी मुकदमे में 6 साल पहले फंसा दिया गया था। इसी बीच निर्मला की सास भी खत्म हो गयी जिस कारण से निर्मला बिल्कुल अकेली पड़ गयी थी । निर्मला देवी ने दुर्गा मां से मन्नत मांगी की अगर उनकी पति बाइज्जत बरी हो जाते है तो आने वाले दुर्गा पूजा के 9 दिन अपने सीने कलश स्थापित करके रखेंगे ।
सब ले रहे है निर्मला देवी का आशीर्वाद – जब निर्मला देवी की पति बाईज्जत बरी हो गये तो निर्मला देवी ने नवरात्रि का इंतज़ार किया फिर नवरात्रि के पहले ही दिन से निर्जल व्रत के साथ अपने सीने में कलश की स्थापना कर ली है। निर्मला देवी की ये बात आस पास के गांव में बहुत तेजी से फैल गयी जिसके बाद से हर कोई निर्मला देवी के पास आकर उनका आशीर्वाद ले रहा है। इस मामले की पूरे इलाके बहुत चर्चा हो रही है।