दोस्तो असल मे नागौर के निम्बड़ी चांदावता गांव में 35 साल के बाद एक किसान के परिवार में एक लड़की ने जन्म लिया। लड़की जन्म से उसके दादा इतनी खुशियों से फुले समा रहे है जिस कारण से वो अपनी पोती को लेने के लिये हेलीकॉप्टर से निकल पड़े ।
असल इस परिवार में 35 वर्ष से एक भी लड़की का जन्म नहीं हुआ था जिस कारण से लड़की के दादा जी की एक मनोकामना थी उनके घर मे एक लड़की का जन्म हो । लडक़ी के दादा का सपना 35 वर्ष के बाद पूरा हो गया हो जिस कारण से लड़की के दादा जी पूरे उत्सव के रूप में लड़की को लेने हेलीकॉप्टर से लेने चल दिये ।
असल में दोस्तो लड़की का जन्म उसके नैनिहाल में हुआ था जो कि उसके दादा को हेलीकॉप्टर से अपनी पोती को लेने जाना पड़ा। दोस्तो जब इस बात की सूचना पूरे गांव के लोगो को हुई तो उन लोगो ने लड़की के स्वागत के लिये रास्ते पर फुल बिछा दिये और साथ मे जब लड़की घर आयी तो उसके लिए गाजा बाजा के साथ स्वागत किया ।
लड़की की पूजा भी बहुत अच्छे से की गई । लड़की के पैर के छाप तक लगवाये गये, । दोस्तो लड़की की पूजा भी नवरात्रि के नवमी के दिन की गई जिसके की वजह से लड़की का नाम सिद्धि रखा गया।
असल में दोस्तो लड़की के दादा मदनलाल ने बताया कि आज भी कई लोग उनके समाज के लड़की को एक बोझ मानते है जिस कारण से लोग लड़की के जन्म पर उदासी का माहौल बना लेते है लेकिम दोस्तो मदनलाल के लिये ये किसी खुशी से कम नही था क्योंकि उनके घर एक लड़की का जन्म हुआ है।
मदनलाल ने बताया कि वो लड़की के जन्म की तैयारी 10 वर्ष पूर्व ही कर दिए थे ताकि जब उनके घर लड़की का जन्म हो तो उसका भव्य स्वागत कर सके। मदनलाल का सपना था कि वो अपनी पोती को हेलीकॉप्टर से लेकर आयेंगे। दोस्तो मदनलाल ने बताया कि उन्होंने इस प्रथा की शुरुआत कर दी हैं जो कि आगे चलकर भविष्य में काम आयेगी।
दोस्तो लेकिन ये सब सुनाने में जितना आसान लग रहा है उतना आसान नहीं था असल मे जब मदनलाल को पता चला कि उसके बड़े बेटे हनुमना की पत्नी चुकता देवी ने एक लड़की को जन्म दिया है तो मदनलाल ने अपनी फसल बेच कर 7 से 8 लाख रुपये इकठ्ठा किया फिर जिला दंडाधिकारी से हेलीकॉप्टर उड़ाने की परमिशन ली।
जल्दी – जल्दी में गांव में एक हेलीपैड भी बनाया गया साथ मे पुलिस फ़ोर्स और हेलीकॉप्टर का खर्चा मिलाकर 2 से 3 लाख रुपये तक लग गये।लड़की के स्वागत के लिए दूर – दूर से लोग आये थे जिसके बाद से हर कोई तारीफ कर रहा है ।