दोस्तो एक समय ऐसा था जब लड़कियों को बोझ समझा जाता था लेकिन जैसे – जैसे समय बदल रहा है लोगो की सोच बेटियों के प्रति बदलती जा रही है । दरअसल दोस्तो भोपाल के एक शख्स ने अपनी बेटी के जन्म दिन पर एक ऐसा काम किया है जो कि आज के समय मे चर्चा का विषय बना हुआ है । चलिये इस खबर के बारे मे विस्तार से जानते है ।
बेटी की जन्म दिन में किया अनोखा काम – दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता की आज हम जिसकी बात करने जा रहे है वो भोपाल के कोलार स्थान के रहने वाले है अंचल गुप्ता के बारे में है । अंचल गुप्ता के घर एक साल पहले बच्ची हुई थी जिसका नामक उन्होंने अनोखी रखा है। अंचल गुप्ता की बेटी को आज एक वर्ष पूरे हो जाने पर अंचल गुप्ता ने एक नयी पहल शुरू की है । दरअसल दोस्तो अंचल गुप्ता ने अपनी बेटी की आयु 1 वर्ष हो जाने पूरे भोपाल 1 लाख गोलगप्पे मुफ्त में खिला रहे है ।
आंचल गुप्ता के इस पहल मे उंन्होने अपनी दुकान में सिर्फ आने वालों भरकर गोलगप्पे नहीं खिलाये बल्कि राह चलते राहगीरों को भी बुलाकर पानी पूरी खिलाई है। जो भी व्यक्ति अंचल गुप्ता के पास गोलगप्पे खाने आता और उसको जानकारी होती कि अंचल गुप्ता 1 लाख गोलगप्पे मुफ्त में सिर्फ इसलिये खिला रहे है क्योंकि उनकी बेटी का जन्मदिन होने पर खिला रहे है तो उंन्होने भी अंचल गुप्ता की बेटी को बहुत आशीर्वाद दिया ।जब हमने अंचल गुप्ता से इस बारे के पूछा तो अंचल गुप्ता ने बताया कि उंन्होने ये सब सरकार के बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ के अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज राज सिंह चौहान ने दिया आशीर्वाद – दोस्तो जब अंचल गुप्ता की इस पहल की जानकारी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कोलार विधायक रामेश्वरम शर्मा को हुई तो उंन्होने इसकी खूब प्रशंसा की , कोलार विधायक रामेश्वर शर्मा तो सीधे अंचल गुप्ता के स्टोर पहुंच गये और उंन्होने अंचल गुप्ता की बेटी को आशीर्वाद दिया औऱ अंचल गुप्ता की खूब तारीफ की है । वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस बारे जानकारी हुई तो उन्होने अंचल गुप्ता की बजट तारीफ की और अंचल गुप्ता की बेटी अनोखी को आशीर्वाद भी दिया है।
अंचल गुप्ता की बेटियो को लेकर राय – दोस्तो जब इस बारे मे हमनें अंचल गुप्ता से बात की तो अंचल गुप्ता ने बताया उनकी नज़र में लड़कियां एक बोझ नहीं बल्कि घर की लक्ष्मी होती है। अंचल गुप्ता ने बताया कि आज के समय मे कई ऐसे लोग है जो बेटियों को बोझ समझते है लेकिन असल मे ऐसा नहीं है। लड़कियों के बिना वंश चला पाना नामुमकिन है।