बचपन में मां चल बसीं, पढ़ाई छूटी, बेटे की मौत ने तोड़ा, आज हजारों घरों की तकदीर संवार रहीं है रूमा

दोस्तो आज हम जिस महिला के बारे में बताने जा  रहे है उसका नाम आज के समय पूरी दुनिया मे आदर से लिया जाता है क्योंकि उन्होंने अपने  दम पर 40 हज़ार स्त्रियों को आत्मनिर्भर बना  दिया है। दरअसल दोस्तो आज जोधपुर राजस्थान की रूमा देवी की बात करने जा रहे है जिन्होने अपने जीवन मे बहुत कष्ट सहा है लेकिन आज के समय मे उंन्होने अपने दम पर 40  हज़ार महिलाओं को राजस्थान की संस्कृति से जोड़कर  ना सिर्फ इनको आत्मनिर्भर बनाया है बल्कि पूरी दुनिया के लिये एक मिसाल बनकर पेश हुई है। आज के समय में  रूमा देवी का नाम पूरे विश्व मे आदर से लिया जाता  है , रूमा देवी की विचार और कार्य की चर्चा इस समय पूरे अमेरिका में  चल रही है जिसके चलते रूमा देवी  को अमेरिका के सफोक काउंटी एग्जीक्यूटिव   के तरफ से समानित भी किया गया है।

बच्चे को खोने के बाद ज़िंदगी बदल ली  – दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि रूमा देवी का जीवन हमेशा संघर्षों से भरा हुआ   था क्योंकि जब वो छोटी थी उनकी माँ की मौत हो गयीं थी फिर जब वो बडी हुई तो पिछड़े इलाके के होने कारण उनकी पढ़ाई भी ज़्यादा नहीं हो पायी थी। रूमा देवी ने तब ज़िंदगी मे कुछ करने की ठानी जब उसके डेढ़ साल के  बेटे  की मौत सिर्फ इस कारण  से  हो गयी थी क्योंकि उसके पास बेटे के इलाज कराने के लिये पैसे नहीं थे।

रूमा देवी इस घटना से  काफी टूट गयी थी  लेकिन उंन्होने  ये ठान लिया कि जैसे उनके साथ अभी हुआ है वैसा  वो किसी और के साथ नहीं होने देंगी। रूमा देवी ने निर्णय लिया कि वो अब हर घर की महिलाओं को स्वालंबी बनायेगी ताकि जैसा उंन्हे ये दिन देखना पड़ा है वैसा दिन किसी और को ना देखना पड़ा ।  रूमा देवी ने हस्तलिपि का काम शुरू किया और इससे कई महिलाओं को जोड़ते चली गयी । उनकी ये कला की पहचान आज के समय अमरीका  में काफी पसंद की जा रही है।

रूमा को मिला समान – महिलाओ को रोजगार दिलाने के विचार को  दुनिया भर में सराहा जा रहा है । रूमा देवी के  इस  कार्य और विचार के कारण उन्हें अमेरिका के सफोक काउंटी एग्जीक्यूटिव   समानित किया गया। दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि रूमा  देवी ने  बड़ेमार और जोधपुर के आसपास के करीब 35 गांव की महिलाओं को  रोजगार दिलवा कर उंन्हे आत्मनिर्भर बना दिया है , रूमा देवी ने इस कार्य के लिये भारत के सभी राज्यों से MOU में साइन किया है ताकि  हर महिला को रोजगार मिल सके।

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