माता रानी के दर्शन करने आई थी विदेशी महिला और फिर आया पुजारी पर दिल, शादी कर बच्चों संग यही बस गई

दोस्तो हमारे देश  विदेश  से आने वाले  हर व्यक्ति को  का काफी सादर प्रणाम किया जाता  है । हमारे देश मे अतिथि देवो भावे के लिये माना  जाता है लेकिन  दोस्तो अगर को विदेशी लड़की  हमारे देश के आकार एक पुजारी से शादी कर ले तो आप क्या सोचेंगे ?  पड़  गये ना असमंजस  लेकिन दोस्तो हमे प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलिया  की एक लड़की ने विदेश से आकर भारत में एक मंदिर से पूरे विधि विधान से शादी  कर ली । चलिये दोस्तो जानते है कि आखिर पूरा मामला क्या है ।

दोस्तो प्राप्त जानकारी के अनुसार  नवरात्रि के समय ऑस्ट्रेलिया से जूलिया नाम की लड़की भारत दर्शन के लिये आई थी । इस दौरान वो बद्रीनाथ के  मंदिर  में वो घूमने  गयी  तो उनकी मुलाकात बाबा  सिद्धनाथ बर्फानी  से मुलाकात हुई  तो उनसे प्रभावित होकर  जूलिया उनके साथ उनके  आश्रम चमोली चली गयी ।

इस दौरान  जूलिया ने कई प्रकार के योगासन  सिख लिया और कई प्रकार के ब्रम्हविद्या  की प्राप्ति भी कर ली।  दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि जूलिया के  दो  बेटे है जिनमे में से बड़ा बेटा ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहा है वही उनका छोटा बेटा जूलिया के साथ भारत आ गया था । जूलिया ने  बताया कि यहां रहते हुए बाबा जी को देखकर

 उनका छोटा बेटा उंन्हे ही पिता जी कहकर संबोधित करने लगा जिसके बाद जूलिया ने ये निर्णय लिया कि  वो अब बाबा जी विवाह करके हमेशा के लिये  यही रहेंगी । दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि जूलिया की शादी पहले हो चुकी थी लेकिन उनका अब तलाक हो गया । जूलिया  ने अपनी शादी का प्रस्ताव जब बाबा जी के सामने रखा  तो बाबा जी इस प्रस्ताव को मना नहीं कर पाये जिसके बाद दोनो   ने श्री नगर के  धारा मंदिर में जाकर  पूरे हिन्दू रीति  रिवाज से शादी कर ली । 

दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि शादी के बाद जूलिया ने अपना नाम बदलकर माता ऋषिवन रख लिया  है  वही जूलिया ने अपने  बच्चो का नाम भी विद्वान और विशाल रख लिया है। दोस्तो जब उस बारे में जूलिया से पूछा गया तो जूलिया ने बताया कि उससे बचपन से ही हिन्दू धर्म मे काफी दिलचस्पी थी जिस कारण से उंन्होने योग सिख कर ऑस्ट्रेलिया में योग सेंटर खोला था ।

 दोस्तो आपकी जानकारी के लिये बता दे कि ऑस्ट्रेलिया में जूलिया का एक  शांति द्वार नाम  का  आश्रम भी है । जूलिया ने एमबीए की डिग्री हासिल की हुई है  , जूलिया का  मानना है कि उत्तराखंड देवो की भूमि है  जिस कारण से उंन्होने  यहाँ आने की  योजना बनाई थी लेकिन अब उंन्हे यहां एक जीवन साथ मिल गया है  ।जूलिया  ने बताया कि अब वो काफी  खुश है और अपना  जीवन हंसी -खुशी व्यतीत कर रही है।

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *