दोस्तो अगर इंसान किसी चीजे को करने की ठान ले तो उससे अपने लक्ष्य को पाने से कोई नही रोक सकता है , इसी बात को राजस्थान के लड़के ने साबित कर दिया है ।
दोस्तो हम बात कर रहे है राजस्थान के दौसा जिला के रवि कुमार मीणा की जिसकी तारीफ आज के समय मे पूरे राजस्थान में हो रही है । दोस्तो आप लोगो की जानकारी के लिये बता दे कि राजस्थान के दौसा जिला के रहने वाले रवि कुमार मीणा बचपन से ही दिव्यांग है लेकिन अपनी कड़ी मेहनत से उन्होंने वो मुकाम हासिल किया है जिससे पाने की कल्पना भी कोई नही कर सकता है।
रवि ने पाये 100% अंक – दोस्तो राजस्थान के दौसा जिला के रहने वाले रवि कुमार मीणा ने वो मुकाम हासिल किया है जिसे पाने के लिये लोग कड़ी मेहनत करके भी नहीं पाते है । असल मे दोस्तो रवि कुमार मीणा राजस्थान में दौसा जिला के स्कूल के 12 वीं के कला संकाय के छात्र है ।
रवि कुमार मीणा बचपन से अपंग है क्योंकि उनके नीचे के दोनो पैर ठीक से काम नहीं करते है लेकिन रवि कुमार मीणा ने कड़ी मेहनत करके 12 वीं के बोर्ड परीक्षाओं में 100% अंक लाकर अपने पूरे परिवार के साथ- साथ पूरे स्कूल का नाम रौशन किया है।
रवि कुमार मीणा कला संकाय में आने वाले विषय हिंदी , अंग्रेजी , राजनैतिक विज्ञान , इतिहास और भूगोल में 100 प्रतिशत अंक लाकर पूरे परिवार का नाम रौशन कर दिया है।
कड़ी मेहनत का मिला फल – दोस्तो प्राप्त जानकारी के अनुसार रवि कुमार मीणा के दोनो पैर काम नहीं करते है फिर भी रवि कुमार मीणा रोजाना अपनी ट्राई साइकिल से स्कूल जाते थे जिस कारण से उनके कुल 100% अटेंडेंस भी है।
राजस्थान में इतिहास रच दिया रवि कुमार मीणा ने
राजस्थान का कोहिनूर दिव्यांग रवि मीना के लिए उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। pic.twitter.com/ADCMh5P5Lb— Ramlal Meena (@RamlalMeena_) June 18, 2022
दोस्तो रवि कुमार मीणा ना सिर्फ स्कूल में पढ़ाई करते थे बल्कि घर वापस आकर 6 से 8 घण्टे तक घर मे भी पढ़ाई करते थे। रवि कुमार मीणा की पढ़ाई की प्रति लग्न को देखकर हर कोई हैरान है क्योंकि रवि कुमार मीणा दिन रात पढ़ाई में लगे रहते थे ।
परिवार वालो की नही है खुशी का ठिकाना – दोस्तो रवि कुमार मीणा के परिवार को जब ये बात पता चली है कि रवि कुमार मीणा ने 12 वीं 100% अंक प्राप्त किये है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है, यही नहीं रवि कुमार मीणा के स्कूल के सभी अध्यापक और राजस्थान बोर्ड के अधिकारी भी मीणा की तारीफ किये बिना चुप नहीं रह पा रहे है।