एक कॉल से शुरू हुई थी रेणुका शहाणे और आशुतोष राणा की प्रेम कहानी, जानिए क्या क्या भेजा था लेटर में लिखकर

आशुतोष राणा बॉलीवुड के वो मंझे कलाकार हैं, जिन्होंने अपने विलक्षित अभिनय के दम पर अपनी खास पहचान बनाई है। यही वजह रही कि एक समय में वे विलेन के रूप में हीरो पर भारी पड़ते थे। उस वक्त हर निर्देशक आशुतोष को अपनी फिल्म में जान डालने के लिए कास्ट करना चाहता था। ‘जख्म’, ‘दुश्मन’ और ‘संघर्ष’ जैसी बेहतरीन फिल्मों में अपने उम्दा अभिनय का लोहा मनवा चुके आशुतोष राणा की पहचान एक ऐसे अभिनेता की है जो लेखनी में भी माहिर है।

आशुतोष ने अपने व्यवसाय में जितनी अधिक उपलब्धि हासिल की, उतनी ही अधिक संतुष्टि उन्हें अपने जीवन में मिली। एक्ट्रेस ने 2001 में एक्ट्रेस रेणुका शहाणे से शादी की। आज इन दोनों की शादी की बीसवीं सालगिरह है। रेणुका को बॉलीवुड की सबसे ज्यादा सिखाई जाने वाली एंटरटेनर्स में से एक माना जाता है। उन्होंने सेंट जेवियर्स स्कूल से एक्सप्रेशंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और उसके बाद मुंबई कॉलेज से क्लिनिकल ब्रेन रिसर्च में। आशुतोष और उनकी पत्नी रेणुका शहाणे की रोमांटिक कहानी बेहद दिलचस्प है। उन्होंने विभिन्न चर्चाओं से इस कई अवसरों का संदर्भ दिया है।

आशुतोष राणा और रेणुका शहाणे के बीच बातचीत का सिलसिला एक फोन कॉल से शुरू हुआ था और मजेदार बात ये है कि पहली ही बार में दोनों की लंबी बातें चली थीं। आशुतोष राणा ने रेणुका संग अपनी प्रेम कहानी का जिक्र एक दफा कपिल शर्मा के शो में भी किया था। यहां उन्होंने खुलासा किया था कि दोनों की पहली मुलाकात किस तरह हुई थी। आशुतोष राणा ने कहा था कि हंसल मेहता की पहली फिल्म ‘…जयते’ के प्रीव्यू के दौरान वे पहली बार रेणुका से रुबरू हुए थे। क्योंकि वह उनके बारीक अभिनय के घोर प्रशंसक थे।

मुलाकात के दौरान रेणुका से करीब आधे घंटे की बातचीत में आशुतोष राणा अनके विचारों से काफी प्रभावित हो गए। इसके बाद वे प्यार के इजहार का इंतजार नहीं करना चाहते थे और उचित मौके की तलाश में थे। इसके लिए उन्होंने दशहरा का अवसर चुना और रेणुका शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया।

बस यहीं से शुभकामनाओं और हालचाल के जवाब का दौर चलता रहा और धीरे-धीरे बात आगे बढ़ गई। इस तरह उन्हें लैंडलाइन से रेणुका का निजी मोबाइल का नंबर मिल गया। फिर क्या था, तकरीबन तीन महीनों तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला जारी रहा। फिर आशुतोष राणा ने समय न गंवाते हुए रेणका शहाणे को प्रपोज करने का मन बना लिया। इसके लिए आशुतोष ने एक बेहतरीन कविता लिखी, ताकि जवाब न में भी हो तो तकलीफ न हो।

आशुतोष राणा ने अपने इजहार के खत में लिखा ‘प्रिये लिखकर, मैं नीचे लिख दूं नाम तुम्हारा, कुछ जगह बीच में छोड़ दूं…नीचे लिख दूं ‘सदा तुम्हारा’, लिखा बीच में क्या यह तुमको पढ़ना है, कागज पर मन की परिभाषा का अर्थ समझना है, जो भी अर्थ निकलोगी तुम वह मुझको स्वीकार है, झुके नयन, मौन अधर या कोरा कागज अर्थ सभी का प्यार है।’ रेणुका शहाने ने आशुतोष राणा का प्रपोजल स्वीकार किया और 25 मई 2001 को आशुतोष के गांव दमोह में दोनों की शादी हुई। इनके दो बेटे शौर्यमन और सत्येंद्र हैं।

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