कभी खदान में किया काम, तो कभी चराई बकरी मेहनत से पास कर ली कड़ी परीक्षा, बन गए DSP

दोस्तो अगर इंसान चाह ले तो हर मुश्किल से मुश्किल काम को कर लेता है चाहे उससे कोई भी समस्या क्यों ना हो रही हो। इस बात झारखंड को किशोर कुमार ने साबित कर दिया । किशोर कुमार झारखंड   के एक बेहद गरीब गांव से आते है लेकिन उसने कड़ी मेहनत करके आईपीएस जैसे बड़ा पड़ हासिल करके सबके लिये  प्रेरणा बन गये।

कौन है किशोर कुमार – दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि किशोर कुमार रजक झारखंड के बोकारो जिले के एक छोटे से गांव बुड्ढीबिनोर में निवास करते है ।किशोर कुमार के पिता का नाम दुर्योधन है  जो कि एक कोयला की माइनिंग ने  मजदूरी का काम करते है तो वही किशोर कुमार की माँ रेणुका देवी  एक गृहणी है । किशोर कुमार रजक   बेहद गरीब परिवार से आते है , किशोर कुमार इतने गरीब है कि एक समय उनको बकरी चरा कर पैसे कमाते थे ।किशोर कुमार के परिवार में 4 भाई बहन और है जिनमे किशोर कुमार सबसे छोटे है ।

बेहद गरीब परिवार से आते है किशोर कुमार – दोस्तो आपकी जानकारी  के लिये बता दे कि किशोर कुमार बेहद ही गरीब परिवार से आते है। किशोर कुमार जब स्कूल जाते थे तो उस स्कूल की हालत बेहद खराब थी , बरसात के समय स्कूल की छत से पानी टपकने लगता था। किशोर कुमार ने आगे बताया कि उनके घर के हालात सही नहीं थे जिस कारण से  उनके घर पर बिजली का अभाव था ,किशोर कुमार को  रात में पढ़ाई करने के  लिये लाल  टेन का उपयोग करना पड़ता था।  

किशोर कुमार ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद 2004 में इग्नू से स्नातक में एडमिशन ले लिया। शुरआत में उनकी शिक्षा ठीक  से नहीं हो पाई क्योंकि उनके घर के आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। किशोर  कुमार 2007 में सेमस्टर परीक्षा में फेल हो गए थे  लेकिन 2008 में उंन्होने  स्नातक की डिग्री हांसिल कर ली ।

शिक्षक की बात लगी दिल मे –  किशोर कुमार बताते है कि जब स्कूल में थे तब एक शिक्षक ने उनसे कहा था कि अगर मज़दूरी करते रहोगे तो हमेशा मजदूर बने रहोगे । ये बात किशोर कुमार के दिल को लग गयी जिसके बाद उंन्होने पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर लागये । किशोर कुमार बताते है कि जब स्नातक के बाद पढ़ाई करने के दिल्ली जाना चाहते थे तब किसी ने मदद नहीं की लेकिन उनके बहन ने अपना गुल्लक तोड़ के 4000 रुपये उंन्हे दिए थे।

यूपीएससी की  परीक्षा पास करके भी नहीं मिला मनपसंद पद – किशोर कुमार बताते है कि  दिल्ली आकर एक किराए के कमरे पर रहते थे और अपना खर्च चलाने के लिये कमरे   में कोचिंग चलाया करते  थे। किशोर कुमार ने 2011 की यूपीएससी की परीक्षा में  419 वीं रैंक हांसिल तो कर ली पर उंन्हे मन पसंद  पद नहीं मिला लेकिन बाद उन्होंने 2016 में  झारखंड की  स्टेट  सर्विस परीक्षा को पास करके स्पेशल इंडियन रिजर्व बटालियन  में डीसीपी के पद पर  सेलेक्ट हो गये। किशोर कुमार रजक ने बाद में   वर्षा नाम की लड़की से शादी कर ली।

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